Budget Gold Silver Down: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को बजट पेश करने के बाद सोने-चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है. वित्त मंत्री ने आज अपने बजट भाषण में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटकर 6 फीसदी करने का ऐलान किया. उसके बाद से ही वायदा बाजार में सोने-चांदी की कीमतों में ऐतिहासिक गिरावट देखने को मिल रही है. MCX पर सोना जहां 4100 रुपये प्रति 10 ग्राम तक लुढ़का है, वहीं चांदी के दाम में 4300 रुपये प्रति किलोग्राम तक की गिरावट आई है.
सोने के दाम में आई 4100 रुपये से ज्यादा की गिरावट
मंगलवार को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (Multi Commodity Exchange) पर सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली और यह कल के मुकाबले 5.72 फीसदी यानी 4,158 रुपये सस्ता होकर 68,560 रुपये तक आ गया है. सोना आज बजट के पेश होने के बाद से लगातार गिर रहा है और यह एक समय पर 68,500 रुपये के स्तर तक आ गया था.
चांदी भी हुई धड़ाम
सोने के अलावा मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर चांदी की कीमतों में भी जबरदस्त गिरावट देखने को मिल रही है और यह सोमवार के मुकाबले रिकॉर्ड 4,304 रुपये प्रति किलोग्राम तक सस्ती होकर 84,899 रुपये पर आ गई है. सरकार द्वारा बजट में चांदी में कस्टम ड्यूटी के कम किए जाने के ऐलान के बाद आज चांदी न्यूनतम 84,275 रुपये के निचले स्तर पर आ गई थी.
सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट के पीछे की क्या है वजह
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाने का ऐलान किया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में सोना और चांदी के ऊपर कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6 फीसदी करने का प्रस्ताव किया है. इसके अलावा प्लैटिनम के लिए भी कस्टम ड्यूटी को घटाकर 6.4 फीसदी कर दिया गया है. सरकार के इस फैसले के असर सोने, चांदी और प्लैटिनम की कीमतों पर दिख रहा है.
एक्सपर्ट ने सरकार के फैसले का किया स्वागत
Kama Jewelry के एमडी कॉलिन शाह ने सोने-चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाने के सरकार के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि सोने, चांदी और प्लैटिनम पर कस्टम शुल्क घटाना एक स्वागत योग्य फैसला है. उन्होंने कहा कि लंबे वक्त से ज्वैलरी इंडस्ट्री की यह मांग थी जिसे अब सरकार ने पूरा किया है. इंडस्ट्री पहले से ही बहुत चुनौतियों से जूझ रही है. ऐसे में इस फैसले का पॉजिटिव असर देखने को मिलेगा. इससे देश में सोने-चांदी की तस्करी के मामलों में गिरावट आएगी और घरेलू बाजार में इसकी मांग बढ़ेगी.